STORIES for CHILDREN by Sister Farida

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नाटक -- अन्य बच्चों के लिए अभिनीत करो !
च्चों द्वारा अभिनय करने के लिए नाटक

18. हवाई मार्ग से सवेरे का नाश्ता ३


जल्दबाज़ी में एलिय्याह ने राजा का महल छोड़ा | एक बात स्पष्ट थी : वह समय नष्ट न होने दे सकता था क्योंकि वह धर्महीन राजा, एलिय्याह के प्राण लेने के लिये अपने अधिकार में कुछ भी कर सकता था | वह भयभीत नहीं हुआ था क्योंकि वह जानता था कि परमेश्वर वफादार है और वह उसे न छोडेगा | परमेश्वर ने स्पष्ट शब्दों में भविष्यवक्ता से कहा था |

परमेश्वर: “एलिय्याह, यहाँ से चला जा | पूर्व की ओर जा और करीत नामक नाले में छिप जा | वहाँ तु उस नाले का पानी पी सकता है और मैं तेरे भोजन का प्रयोजन करूँगा |”

क्या तुम जानते हो कि परमेश्वर ने वह प्रयोजन कैसे किया ?

उस ने कौव्वे भेजे जो एलिय्याह के लिये माँस और रोटी लाते थे | यह आश्चर्यजनक घट्ना निश्चय ही घटी : परमेश्वर ने “हवाई मार्ग” के द्वारा एलिय्याह के लिये सवेरे का उपहार और रात का भोजन भेजा |

परमेश्वर वफादार है | जो कुछ उस के सेवक की आव्यश्कता थी, परमेश्वर ने उसे पूरा किया | छिपने के लिये स्थान, भोजन और पानी |

उन दिनों में कई लोगों का जीवन कष्ट में था | वर्षा नहीं हो रही थी, फसल नहीं हुई थी और खाने को भोजन भी न था | अंत में करीत नामक नाला भी सूख गया | जब ऐसा हुआ, तब परमेश्वर ने एलिय्याह को सारपत का दूसरा मार्ग बताया जो सीमा रेखा के उस पार स्थित था |

नगर के प्रवेश द्वार पर उस ने एक महीला से कहा :

एलिय्याह: ”मुझे एक प्याला पानी और रोटी का टुकड़ा दे दो |”

दु:ख से उस महीला ने उस की ओर देखा और थकी हुई आवाज में कहा :

महीला: “मेरे पास और कुय्छ रसद नहीं है, केवल मुट्ठी भर आता अब भी मेरे कटोरे में है, और कुप्पी में कुछ बूँद तेल | मेरे पास केवल इतना ही है | अभी मैं अपने पुत्र के लिये और स्वय : मेरे लिये खाने को कुछ बनाना चाहती थी | मेरे पास जो कुछ है वह और एक भोजन के लिये पर्याप्त है परन्तु उस के बाद ... हम मर जायेंगे |”

एलिय्याह: “डरो नहीं! परमेश्वर ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है | उस ने कहा है कि जब तक कि यह काल हमारे बीच में है तब तक तुम्हारा आटा समाप्त न होगा और तुम्हारे तेल की कुप्पी खाली न होगी |”

परमेश्वर वफादार है ! वह जो भी वादा करता है हमेशा वैसा ही हो जाता है |

आटा खत्म न हुआ, न ही तेल की कुप्पी सूख गई, यधपि वह महीला उनदोनों वस्तुओं का दर दिन उपयोग करती थी ताकि खाने के लिये कुछ बनाये | भविष्यवक्ता एलिय्याह, महीला और उस के पुत्र के पास हमेशा भरपूर रहा करता था | क्या यह आश्चर्यजनक नहीं है !

परमेश्वर वफादार है ! तुम हमेशा उस पर निर्भर हो सकते हो !


लोग: वर्णन कर्ता, परमेश्वर, एलिय्याह, महीला

© कॉपीराईट: सी इ एफ जरमनी

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