Home
Links
Contact
About us
Impressum
Site Map


YouTube Links
App Download


WATERS OF LIFE
WoL AUDIO


عربي
Aymara
Azərbaycanca
Bahasa Indones.
বাংলা
Български
Cebuano
Deutsch
Ελληνικά
English
Español-AM
Español-ES
فارسی
Français
Fulfulde
Gjuha shqipe
Guarani
հայերեն
한국어
עברית
हिन्दी
Italiano
Қазақша
Кыргызча
Македонски
മലയാളം
日本語
O‘zbek
Plattdüütsch
Português
پن٘جابی
Quechua
Română
Русский
Schwyzerdütsch
Srpski/Српски
Slovenščina
Svenska
தமிழ்
Türkçe
Українська
اردو
中文

Home -- Hindi -- Perform a PLAY -- 027 (Jesus dies on the cross)

Previous Piece -- Next Piece

नाटक -- अन्य बच्चों के लिए अभिनीत करो !
च्चों द्वारा अभिनय करने के लिए नाटक

27. यीशु क्रूस पर प्राण देते हैं


बच्चा: “मैं सोचता हूँ यीशु को पकड़वाना, यहूदा का भयानक अपराध है |”

बच्चा: “यीशु उन से लड़े क्यों नहीं ? आप ने अपने आप को मुक्त किया होता |”

यह सच है, आप ने ऐसा किया होता, परन्तु इसे ऐसे ही होना था |

बच्चा: “यह मेरी समझ में नहीं आता |”

परमेश्वर के पुत्र हमारे पापों के कारण मरने के लिये दुनिया में आये | आज्ञा का पालन न करने और अपराध के द्वारा हर व्यक्ति परमेश्वर से अलग हो गया है | और पाप की मजदूरी मृत्यु है | परमेश्वर के साथ हमारी संगति पहले जैसी करने के लिये यीशु ने यह दंड अपने ऊपर लिया |

बच्चा: “ओह, अब मैं समझ गया |”

अंतिम निर्णय न्यायाधीश ने लिया, जब भी देश, मिसर से उन की मुक्ति का पर्व मनाता था तब न्यायाधीश एक बंदी को छोड़ देता था |

पिलातुस: “इस साल मैं किसे बंदीग्रह से छोड़ दूँ ? यीशु या बरअब्बा को ?”

सच पूछो तो पिलातुस हत्यारे बरअब्बा की जगह यीशु को छोड़ देना चाहता था इस लिये उस ने फिर से पूछा :

पिलातुस: “तुम क्या चाहते हो, मैं बरअब्बा को छोड़ दूँ या यीशु को ?”

लोग: “हम बरअब्बा को चाहते हैं, बरअब्बा को |”

पिलातुस: “और मैं यीशु के साथ क्या करूं ?”

लोग: “उसे क्रूस पर चढ़ा दे ! उसे क्रूस पर चढ़ा दे !”

और यह इस तरह हुआ | परमेश्वर का पुत्र लकड़ी का भारी क्रूस आपनी खून से लहुलहान पीठ पर उठा कर गोलगोथा के पहाड़ तक ले गया ताकि हमारे बदले अपने प्राण दे | आप ने आपनी इच्छा से मृत्यु दंड स्वीकार किया, जिस के हम पात्र थे | छे घंटों तक यीशु क्रूस पर लटके रहे | मरने से पहले आप ने सारी दुनिया में यह अत्यन्त महत्वपूर्ण शब्द कहे :

यीशु: “पूरा हुआ |”

तब आप ने अपनी आँखें बंद कर लीं और सारी दुनिया के पापों के लिये अपने प्राण दे दिये |

हर वह व्यक्ति जो यीशु पर विश्वास करता है उसे परमेश्वर के साथ संगती प्राप्त होगी और अनन्त जीवन भी | क्या तुम इस पर विश्वास करते
हो ?

जब परमेश्वर के पुत्र की मृत्यु हुई तब आस्मान पर गहरा अंधेरा छ गया - वह भी दोपहर के समय ! - और एक भूकम्प ने हर वस्तु को हिला
दिया | भयभीत हो कर कप्तान ने कहा :

कप्तान: “निश्चय ही यह परमेश्वर का पुत्र है !”

शाम के समय, यीशु को कबर में लिटाया गया परन्तु आप वहाँ न रहे | इस से और भी अच्छी बातें आने वाली हैं !

अगले ड्रामे में मैं तुम्हें वह सब बताऊंगा |


लोग: वर्णन कर्ता, दो बच्चे, पिलातुस, लोग, यीशु, कप्तान

© कॉपीराईट: सी इ एफ जरमनी

www.WoL-Children.net

Page last modified on July 23, 2018, at 03:40 PM | powered by PmWiki (pmwiki-2.3.3)