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नाटक -- अन्य बच्चों के लिए अभिनीत करो !
बच्चों द्वारा अभिनय करने के लिए नाटक
4. प्रार्थनायें आश्चर्यकर्म कर सकती हैंसड़कों पर धूल थी और आस्मान पर सूरज गर्मी से जल रहा था | और फिर भी एक भिखारी सड़क के किनारे बैठा था | जब भी वह किसी के चलने की आहट सुनता था, अपने हाथ फैलाता था | बरतिमाई: “मेरी सहायता करो! मुझे पैसे दो |” कुछ लोगों को बरतिमाई पर दया आई परन्तु दूसरों ने उस की उपेक्षा की | एक दिन ऐसे लगा जैसे यरीहो शहर में का हर व्यक्ति सड़क पर उतर आया था | बरतिमाई: “यह क्या हो रहा है ?” आदमी: “परमेश्वर का पुत्र, यीशु, इस रास्ते से आ रहा है, वह जो हर एक से प्रेम करता है, बीमारों को चंगा करता है और मृतकों को भी जिला सकता है |” अन्धा बरतिमाई की आशा बंध गई | क्या यीशु उसकी पुकार सुनेंगे ? उस ने अपने पूरे दिल से उस व्यक्ति को पुकारा जिसे वह देख न सकता था : बरतिमाई: “यीशु क्या आप मेरी सहायता न करेंगे ? मुझ पर दया कीजिये !” जिन लोगों ने उसे सुना उन में से कुछ निराश हुए और उस अन्धे आदमी को ड़ाँटा | आदमी: “चुप हो जा, और यहाँ से चला जा, अन्यथ : ...” क्या यीशु को पुकारना मना है ? जी नहीं ! बरतिमाई ने लोगों की न सुनी; बल्कि और भी चिल्लाने लगा : बरतिमाई: “हे प्रभु यीशु, कृपया मेरी सहायता कीजिये !” यीशु सब की पुकार सुनते हैं | वे तुम्हारी प्रार्थना भी सुनते हैं | पवित्र शास्त्र कहता है कि यीशु रुके और आज्ञा दी : यीशु: “उस अन्धे आदमी को मेरे पास लाओ |” और तब बरतिमाई परमेश्वर के पुत्र के सामने खड़ा हो गया | उस ने आप को नहीं देखा परन्तु उसे आप की उपस्थिति में शान्ति और सुरक्षा का अनुभव हुआ | उस ने यीशु की मित्रतापूर्ण आवाज सुनी | यीशु: “बरतिमाई, तू मुझ से क्या चाहता है ? तु क्या चाहता है कि मैं तेरे लिये करूं ?” बरतिमाई को इस विषय में ज्यादा देर तक सोचना न पड़ा | उस की सब से बड़ी आव्यश्कता उस की प्रार्थना बन गई : बरतिमाई: “हे प्रभु, यह कि मैं फिर से देखने लगुँ |” यीशु ने उसकी इच्छा सुनी | यीशु: “देखने लग! क्योंकि तू मुझ पर विश्वास करता है, इस लिये मैं तुझे चंगा करूँगा |” और तुरन्त बरतिमाई संपूर्णत : देखने लगा | उस की आँखों ने उस व्यक्ति को देखा जिस ने उस की प्रार्थना सुनी और उस की पुकार का उत्तर दिया | आनंदित हो कर उस ने यीशु को धन्यवाद कहा और तब से मन से यीशु का अनुयायी बन गया | पवित्र शास्त्र में परमेश्वर तुम से कहता है : “और संकट के दिन मुझे पुकार; मैं तुझे छुड़ाऊँगा, और तू मेरी महिमा करने पाएगा |” (भजन संहिता ५०:१५) लोग: वर्णन कर्ता, बरतिमाई, चेले, यीशु © कॉपीराईट सी इ एफ जरमनी |