STORIES for CHILDREN by Sister Farida(www.wol-children.net) |
|
Home عربي |
Home -- Hindi -- Perform a PLAY -- 143 (Like the Chinese 4) This page in: -- Albanian -- Arabic? -- Armenian -- Aymara -- Azeri -- Bengali -- Bulgarian -- Cebuano -- Chinese -- English -- Farsi -- French -- Fulfulde -- German -- Greek -- Guarani -- Hebrew -- HINDI -- Indonesian -- Italian -- Japanese -- Kazakh -- Korean -- Kyrgyz -- Macedonian -- Malayalam? -- Platt (Low German) -- Portuguese -- Punjabi -- Quechua -- Romanian -- Russian -- Serbian -- Slovene -- Spanish-AM -- Spanish-ES -- Swedish -- Swiss German? -- Tamil -- Turkish -- Ukrainian -- Urdu -- Uzbek
नाटक -- अन्य बच्चों के लिए अभिनीत करो !
बच्चों द्वारा अभिनय करने के लिए नाटक
143. चीन के व्यक्ति के समान ४जब हडसन टेलर ९ वर्ष का था तब से वह जानता था कि बड़ा होकर वह क्या बनेगा | हडसन टेलर: “जब मैं बड़ा हो जाऊँगा तब मिशनरी बनुंगा और चीन जाऊँगा |” जब वह २१साल का था तब उस ने चीन की यात्रा की, वहाँ की भाषा सीखी और कई लोगों को यीशु के विषय में बताया | परन्तु सब से अच्छा काम कभी कभी बहुत कठीन होता है | आदमी: “हे, तुम यहाँ क्या कर रहे हो ? चले जाओ !” सैनिक: “हम परदेशी शैतान और उस के साथियों की हत्या करने वाले हैं |” आदमी: “नहीं, हम उन्हें उच्च अधिकारी के पास ले आयेंगे |” निर्दय सैनिकों ने मिशनरियों को पीटा और हडसन का गला घोंट दिया यहाँ तक कि वह मरने को था | हर दंड से अत्यन्त पीड़ा हो रही थी परन्तु फिर भी उस का मजाक करने का शौक जारी था | हडसन टेलर: “मेरे मित्र, पकडे रहो, तुम्हारा यह व्यवहार हमें अपनी डायरी में लिखने के लिये कुछ तो प्रदान करता है |” यीशु से अपने प्रेम के कारण वे सहन करते रहे कयोंकि जब आप ने क्रूस पर हर व्यक्ति के पाप के लिये अपने प्राण दे दिये तब आप ने भी बहुत कष्ट उठाया था | हडसन ने इस पर विचार किया और, और भी अधिक प्रमाण में यीशु से प्रेम करने लगा | यह जानने से, जब उन्हें न्यायालय में घसीटा गया, तब उसे शक्ति प्राप्त हुई | उच्च अधिकारी ने उन का बयान सुना | हडसन टेलर: “हम तुंग्सचाव में लोगों को उद्धार कर्ता यीशु के विषय में बताना चाहते हैं | आप हर व्यक्ति से प्रेम करते हैं | यह पवित्र शास्त्र में लिखा हुआ है | हम तुम्हें यह पुस्तक उपहार के तौर पर देंगे |” उच्च अधिकारी को यह वर्णन पसन्द आया | उन्हें पीटने की बजाय उस ने उन्हें चाय पिलाई | कारागृह में डालने की बजाय उस ने उन्हें यीशु के विषय में प्रवचन करने की अनुमति दी | यीशु घटनाओंको होने देते हैं | हडसन ने उस के लिये आप को धन्यवाद कहा | परन्तु उस के बाद वह थका हुआ अपने घर गया | उस के चीनी सहायक ने उसे चावल और बतख के अंडे चौपस्टिक से खाते हुए देखा | चीनी व्यक्ति: “टेलर साहब, तुम हमारी तरह ही खाते हो और बोलते भी हमारी तरह ही हो | परन्तु आप वैसे ही कपड़े क्यों नहीं पहनते जैसे हम पहनते हैं ?” हडसन टेलर: “क्यों नहीं ? यह अच्छा प्रश्न है ! क्या मैं पहनूँ ?” चीनी व्यक्ति: “यदि तुम पहनोगे तो लोग निश्चय ही तुम्हें अधीक प्रमाण पर सुनेंगे |” हडसन टेलर: “हाँ, जब यीशु धर्ती पर आये, आप ठीक हमारी तरह पुरुष बने | आप हमारी तरह बने और मैं चीनियों के समान बनना चाहता हूँ | क्या ऐसा करने में तुम मेरी सहायता करोगे ?” यीशु से प्रेम के कारण हडसन ने अपने इंगलिश सूट कोट की बजाय चीन के पहनावे को स्विकार किया | एक लम्बा काला वेनि वाला पोशाक जिसे पहन कर वह सुन्दर दिखाई देता था | चीनी व्यक्ति: “अब तुम एक चीनी व्यक्ति के समान दिखाई देते हो !” सुंग मिंग के द्वीप पर हडसन टेलर ने पवित्र शास्त्र पढाया और बीमारों की सेवा की | परन्तु अचानक वहाँ एक समस्या खड़ी हो गई | पहली स्त्री: “क्या तुम ने सुना ? अच्छे श्री टेलर को द्वीप छोड कर जाना होगा |” दूसरी स्त्री: “हमारे डॉक्टर ईर्ष्यालु हैं कयोंकि वह अधिक बीमारों का उपचार करता था और उस के पास उन से अच्छी दवाएं हैं |” पहली स्त्री: “उन्हों ने उसे उच्च अधिकारी के सामने नीचा दिखाया |” और तब क्या हुआ ? वह मैं तुम्हें अगले ड्रामे में बताऊंगा | लोग: वर्णनकर्ता, हडसन टेलर बच्चे के रूप में, हडसन टेलर प्रोढ के रूप में, आदमी, सैनिक, चीनी व्यक्ति, पहली स्त्री, दूसरी स्त्री © कॉपीराईट: सी इ एफ जरमनी |