STORIES for CHILDREN by Sister Farida(www.wol-children.net) |
|
Home عربي |
Home -- Hindi -- Perform a PLAY -- 084 (The mysterious dream 2) This page in: -- Albanian -- Arabic? -- Armenian -- Aymara -- Azeri -- Bengali -- Bulgarian -- Cebuano -- Chinese -- English -- Farsi -- French -- Fulfulde -- German -- Greek -- Guarani -- Hebrew -- HINDI -- Indonesian -- Italian -- Japanese -- Kazakh -- Korean -- Kyrgyz -- Macedonian -- Malayalam? -- Platt (Low German) -- Portuguese -- Punjabi -- Quechua -- Romanian -- Russian -- Serbian -- Slovene -- Spanish-AM -- Spanish-ES -- Swedish -- Swiss German? -- Tamil -- Turkish -- Ukrainian -- Urdu -- Uzbek
नाटक -- अन्य बच्चों के लिए अभिनीत करो !
बच्चों द्वारा अभिनय करने के लिए नाटक
84. रहस्यपूर्ण स्वप्न २नबूकदनेस्सर राजा बिल्कुल सो न सका | चिंतित हो कर वह करवटें बदलता रहा | तब उस ने अपने एक सेवक को बुलाया | (घंटी की आवाज ) सेवक: “ओ राजा, आप हमेशा जीवित रहें | मैं आप की क्या सेवा कर सकता हूँ ?” राजा: “मेरे सलाहकारों और जादूगरों को तुरन्त बुलाओ |” (बहुत सारी आवाजों और लोगों के चलने की आहट का सुनाई देना और फिर शांत हो जाना) राजा: “मैं ने एक स्वप्न देखा है जो मुझे बहुत परेशान कर रहा है | मुझे इस स्वप्न का अर्थ बताओ |” जादूगर: “अपना स्वप्न अपने सेवकों को बताईये और तब हम आप को उस का अर्थ बतायेंगे |” राजा: “नहीं, स्वप्न तुम्हें मुझे बताना होगा | यह मेरा तुम्हारे लिये आदेश है ! अगर तुम मुझे स्वप्न बता दोगे तो मैं तुम्हें पुरस्कार दुंगा | यदि तुम ऐसा न करोगे तो मैं तुम्हें मार डालूँगा |” जादूगर: “राजा अपना स्वप्न अपने सेवकों को बतायें और तब हम आप को बता सकेंगे कि उस का अर्थ क्या है |” राजा: “यह एक बहाना है | तुम केवल समय लेना चाहते हो |” जादूगर: “हम स्वप्नों का केवल अर्थ बता सकते हैं परन्तु दुनिया में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो आप को आप का स्वप्न क्या था वह बता सके | आप जो पूछ रहे हैं वह बताना असंभव है |” राजा क्रोधित हुआ: “मैं तुम सब को मार डालूँगा !” दानिय्येल और उस के मित्र भी इस से प्रभावित हुए | परन्तु दानिय्येल डरा नहीं | जब उसे इस भयानक आज्ञा के कारण की जानकारी हुई, तब वह अपने घर गया और अपने मित्रों को यह परिस्थिति बताइ | दानिय्येल: “हमें प्रार्थना करनी चाहिये | हमारा परमेश्वर सब कुछ जानता है | वह मुझे यह रहस्यपूर्ण स्वप्न बता सकता है |” परमेश्वर एक मात्र व्यक्ति था जो सहायता कर सकता था | और उस ने ऐसा ही किया | रातके समय परमेश्वर ने दानिय्येल पर वह स्वप्न प्रगट किया | दानिय्येल: “तू आश्चर्यजनक परमेश्वर है | तेरा धन्यवाद ! तू सब कुछ जानता है | और तू ने हमारी प्रार्थनाओं का उत्तर दिया |” दानिय्येल ने राजा के पास ले जाने की बिन्ती की | राजा: “क्या तू सच मुच मेरा स्वप्न मुझे बतायेगा ?” दानिय्येल: “कोई मनुष्य वह नहीं कर सकता जिस की आप माँग कर रहे हैं | परन्तु जीवित परमेश्वर सारे भेद प्रगट कर सकता राजा: “तुम्हारा परमेश्वर राजाओं का राजा है !” राजा स्वप्न के विवेचन से प्रभावित हुआ | उस ने दानिय्येल को बहुत मालदार बना दिया और उस पर उपहार की वर्षा की | और उस ने बाद में क्या किया वह अगले ड्रामे में सुना जा सकेगा | लोग: वर्णनकर्ता, नबूकदनेस्सर, जादूगर, दानिय्येल, सेवक © कॉपीराईट: सी इ एफ जरमनी |