Home
Links
Contact
About us
Impressum
Site Map


YouTube Links
App Download


WATERS OF LIFE
WoL AUDIO


عربي
Aymara
Azərbaycanca
Bahasa Indones.
বাংলা
Български
Cebuano
Deutsch
Ελληνικά
English
Español-AM
Español-ES
فارسی
Français
Fulfulde
Gjuha shqipe
Guarani
հայերեն
한국어
עברית
हिन्दी
Italiano
Қазақша
Кыргызча
Македонски
മലയാളം
日本語
O‘zbek
Plattdüütsch
Português
پن٘جابی
Quechua
Română
Русский
Schwyzerdütsch
Srpski/Српски
Slovenščina
Svenska
தமிழ்
Türkçe
Українська
اردو
中文

Home -- Hindi -- Perform a PLAY -- 067 (Identity cards for Jesus)

Previous Piece -- Next Piece

नाटक -- अन्य बच्चों के लिए अभिनीत करो !
च्चों द्वारा अभिनय करने के लिए नाटक

67. यीशु का सिद्धांत


सुशीला: “मैं यह कैसे जानूं कि यह सब सत्य है ?”

तुम्हारा मतलब क्या है ?

सुशीला: “यीशु के विषय में | क्या तुम सिद्ध कर सकते हो कि आप वास्तव में परमेश्वर के पुत्र हैं ?”

क्या तुम यह सिद्ध कर सकती हो कि तुम सुशीला हो ?

सुशीला: “मेरे पहचान पत्र से | कितनी बुरी बात है कि यीशु के पास एक भी पहचान पत्र नहीं है |”

मैं तुम्हें यीशु के पाँच पहचान पत्र बताने जा रहा हूँ !

सुशीला: “क्या आप के पास पाँच पहचान पत्र थे ? क्या यह सच है ?”

यीशु को पहला पहचान पत्र परमेश्वर से मिला | आप के बपतिस्मे के समय आस्मान से एक आवाज आई |

परमेश्वर (गूँजती हुई आवाज में): “यह मेरा प्रिय पुत्र है, इस की सुनो |”

दूसरा पहचान पत्र पवित्र शास्त्र है | परमेश्वर के पुत्र के विषय में की हुई हर भविष्यवाणी यीशु में सौ प्रतिशत पूरी हुई |

परमेश्वर के पुत्र के विषय में तीसरा प्रमाण आप का पुनरुत्थान है | आप जीवित हैं | कई गवाहों ने आप को देखा | सब लोगों ने आप को चौथा पहचान पत्र दिया | जो लोग आप को जानते थे उन्हों ने कहा :

लोग: “सच मुच यह परमेश्वर का पुत्र है |”

सुशीला: “एक पहचान पत्र नहीं मिल रहा |”

मेरे साथ चलो और काना में मैं यह प्रमाण बताऊंगा | एक विवाह का उत्सव मनाया जा रहा था | गाँव के लोग सात दिन तक दूल्हा और दुल्हन के साथ उत्सव मनाते हैं | यीशु और आप के मित्रों को भी नेवता दिया गया था | इस विषय के संदर्भ में, वे हमेशा आत्मविश्वास से यह न कहते थे कि यीशु परमेश्वर के पुत्र हैं |

अतिथी प्रसन्न थे | उन्हों ने गीत गाये, नाचे, खेले, खाये और पिये | और तब ऐसे हुआ कि शराब खतम हो गई | पूरे घर में पीने के लिये और कुछ न था |

सुशीला: “कितनी परेशानी की बात हुई !”

मरियम ने यह पहले महसूस किया | उन्हों ने यीशु को इस की सूचना दी और आप ने सेवकों से कहा :

यीशु: “पानी के मटके ऊपर तक पानी से भर दो |”

उन्हों ने १६० गैलन पानी कुंए में से लाया | और अब ?

यीशु: “बड़ा पान पात्र भरो और प्रधान बैरे के पास ले जाओ | वह उसे चखे |”

प्रधान बैरे ने एक घूंट पिया और जल्दी से दुल्हे के पास गया |

प्रधान बैरा: “तुम ने यह शराब कहाँ से लाई ? मैं ने अपने जीवन में इस के जैसी अच्छी शराब कभी नहीं चखी |”

यीशु ने शुद्ध पानी को अच्छी शराब में बदल दिया था |

यीशु का किया हुआ यह पहला आश्चर्यकर्म था | आश्चर्यकर्म प्रमाण होते हैं यह दिखाने के लिये कि आप निसंदेश परमेश्वर के पुत्र हैं | चेलों ने यह आश्चर्यकर्म देखा और यीशु पर विश्वास किया | परमेश्वर के पुत्र के लिये पाँच पहचान पत्र | मेरे लिये यह प्रमाण पर्याप्त हैं | मैं आप पर विश्वास करता हूँ | क्या तुम भी करते हो ?


लोग: वर्णनकर्ता, सुशीला, परमेश्वर की आवाज, लोग, यीशु, प्रधान बैरा

© कॉपीराईट: सी इ एफ जरमनी

www.WoL-Children.net

Page last modified on July 23, 2018, at 02:49 PM | powered by PmWiki (pmwiki-2.3.3)