Home -- Hindi -- Perform a PLAY -- 014 (A slap in the King’s face)
14. राजा को थप्पड़
बहुत लम्बे काल पहले वइकिंगों ने इंग्लेंड पर आक्रमण किया | इन जंगली मल्लाहों ने भय और आतंक फैलाया था | वे लुटते, मारते और घरों और गिरजों को जला देते थे |
कुछ समय तक ऑल्फ्रेड राजा उन से विजय पाता रहा परन्तु बाद में वह पराजीत हुआ | उस के शत्रुओं ने उस का पीछा किया | उसे अपना राज महल छोड़ कर भाग जाना पड़ा |
वह आवारा व्यक्ति के समान अपना भेस बदल कर जंगल में छिपता रहा | एक गुमनाम राजा ! उस ने केवल कुछ ही लोगों पर अपने आप को प्रगट किया था | इन लोगों में का एक चरवाहा, उल्फ्रिक था | उस ने अपने राजा को कभी न पकड़वाया होता | उस ने राजा को अपनी झोपडी में आने का नेवता दिया, परन्तु उस कि पत्नी को भी जानकारी न थी कि उन का अतिथि कौन है | उसे आशचर्य हुआ कि उन का अतिथि सीधा मेज पर बैठ गया और गहरे विचार में पड़ गया | उस ने उसे न पहचाना कि वह राजा है |
एक दिन उस ने उसे ड़ाँटा :
महीला: “मैं ने बहुत सहन किया ! दिन भर तू वहाँ बैठा रहता है और कुछ भी नहीं करता | सावधान रहना कहीं केक जल न जाये | मैं कुँए पर पानी भरने जा रही हूँ |”
आहिस्ता से ऑल्फ्रेड राजा चूल्हे के पास गया | उस के विचार उस के शत्रुओं की ओर लगे हुए थे | हो सकता है कि विजय प्राप्त करने का कोई और मार्ग हो ---
चहरे पर एक थप्पड़ लगने से वह उन सपनों से जाग उठा जो वह दिन को देखा करता था ! वह महीला वापस लौटी, केक जल गया था, और उस की भयानक गंध आ रही थी |
महीला: “ऐ आलसी आदमी ! यहाँ से चला जा !”
उसी समय उस का पती रसोई घर में आया |
आदमी: “ऐ स्त्री, तू ने राजा से ऐसे बोलने का साहस कैसे किया ! क्या तू ने उन्हें पहचाना नहीं ?”
उस के बाद क्या हुआ, हम कभी नहीं जान सकें गे |
परन्तु गुमनाम राजा की यह कहानी मुझे प्रभु यीशु की याद दिलाती है | आप के साथ इस से भी बुरा व्यवहार किया गया था, है ना ? २००० साल पहले जब आप चरनी में रखे गये थे, तब शायद ही किसी ने आप को पहचाना होगा | और बाद में लोग यह नहीं चाहते थे कि परमेश्वर का पुत्र उन के निकट आये |
अपराधी के तौर पर दंड पा करघ्रणित हो कर आप ने क्रूस पर अपने प्राण दे दिये |
और आज ? आज आप अधिकतर गुमनाम राजा ही बन जाते हैं |
क्या तुम आप को अपने जीवन के राजा बनने दोगे ?
लोग: वर्णन कर्ता, सुशील, यीशु की आवाज
© कॉपीराईट: सी इ एफ जरमनी