STORIES for CHILDREN by Sister Farida(www.wol-children.net) |
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नाटक -- अन्य बच्चों के लिए अभिनीत करो !
बच्चों द्वारा अभिनय करने के लिए नाटक
15. पका हुआ पवित्र शास्त्रस्त्री: “वे आ रहे हैं ! वे आ रहे हैं !” जब वह स्त्री रोटी पका रही थी तब उस ने खिडकी से बाहर झाँका और देखा कि मसीहियों को पीड़ा पहुँचाने वाले उस के घर की ओर आ रहे हैं | वे हर जगह ढ़ूँड़ते रहते और पवित्र शास्त्र और गीतों की पुस्तकें ले जाते और उन्हें जला देते थे | लोग: “दरवाजा खोल दो ! तुरन्त खोल दो !” (दरवाजे पर मुक्के मारने की आवाज) वह क्या करे ? उस ने तुरन्त पवित्र शास्त्र लिया और उसे यानि अपनी प्रिय पुस्तक को गुंधे हुए रोटी के आटे में लपेट कर तंदूर में झोंक दिया | फिर, काँपते हुए उस ने दरवाजा खोला और जैसे जैसे वे लोग अल्मारियां और ड्राअर्स खोलते गये और उस के सब सामान को टटोलते रहे, वह देखती रही | उन्हों ने सब सामान बखेर दिया था ! परन्तु उन्हें कुछ भी न मिला | उन्हों ने जोर से उसे ड़ाँटा और दरवाजा ज़ोर से बंद कर दिया | (दरवाजा बंद होने की आवाज) जब सब शांत हो गया तब उस स्त्री ने पकी हुई रोटी तंदूर में से निकाल ली और अपने पवित्र शास्त्र को उस के अन्दर सही सलामत पाया | उस के देश में पवित्र शास्त्र अपने पास रखना मना था | परन्तु उस ने मनुष्य से अधिक परमेश्वर की आज्ञा का पालन किया और छिप कर परमेश्वर का वचन पढ़ती थी | इस से उसे हर दिन शक्ती और साहस प्राप्त होता था | (ध्वनी संगीत बजाईये) यहोवा के उपदेश सिद्ध हैं, हृदय को आनन्दित कर देते हैं; यहोवा की आज्ञा निर्मल है, वह आँखों मे ज्योति ले आती है; यहोवा का भय पवित्र है, वह अनन्त काल तक स्थिर रहता है; यहोवा के नियम सत्य और पूरी रीति से धर्ममय हैं | वे तो सोने से और बहुत कुन्दन से भी बढ़ कर मनोहर हैं; वे नाधू से और टपकनेवाले छत्ते से भी बढ़कर मधुर हैं | और उन्हीं से तेरा दास चिताया जाता है; उन के पालन करने से बड़ा ही प्रतिफल मिलता है | (भजन संहिता १९:८-११) तुम्हारे पास घर में पवित्र शास्त्र है ? उसे अपनी ताक पर रख कर उस पर धूल बैठने न दो | उसे पढ़ा करो और परमेश्वर जो कुछ तुम से कहता है उस से आनन्दित हो जाओ | और यदि तुम्हारे पास पवित्र शास्त्र न हो और उसे रखना चाहो तो मुझे बताओ | हो सकता है कि पवित्र शास्त्र तुम्हारी भी प्रिय पुस्तक बन जाये | लोग: वर्णन कर्ता, स्त्री, आदमी © कॉपीराईट सी इ एफ जरमनी |