STORIES for CHILDREN by Sister Farida

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नाटक -- अन्य बच्चों के लिए अभिनीत करो !
च्चों द्वारा अभिनय करने के लिए नाटक

64. भागते हुये


अच्छा है जो तुम इस समय सुन रहे हो ! क्या तुम ने क्रिस्मस ठीक से मनाया ?

सारी दुनिया में कई लोग क्रिस्मस मनाते है और प्रसन्न हैं कि अनन्त राजा, यीशु ने जन्म लिया |

परन्तु लग भग २००० वर्ष पहले उस समय एक व्यक्ति प्रसन्न न था , और वह था हेरोदेस राजा | उसे अपना सिंहासन खोने का डर था | और इसी कारण, जैसे ही उस ने ज्योतिषियों से सुना कि यीशु कहाँ हैं, वैसे ही उस ने बालक यीशु को मार डालना चाहा |

परन्तु वे ज्योतिषी यरूशलेम वापस नहीं आये क्योंकि परमेश्वर ने स्वप्न में उन्हें कुछ और करने को कहा |

परमेश्वर ने कहा: “हेरोदेस राजा के पास वापस न जाओ | अपने देश लौटते समय दूसरे मार्ग से चले जाओ |”

और उन्हों ने वैसा ही किया | जो व्यक्ति यीशु को व्यक्तिगत जानता है वह खुशी से आप की आज्ञा का पालन करता है | वे दूसरे मार्ग से अपने घर लौटे | फिर भी खतरा टला न था | इस लिये परमेश्वर ने यूसुफ को स्वप्न में कहा कि वह क्या करे |

परमेश्वर ने कहा: “उठ ! बच्चे और अपनी पत्नी को ले कर मिस्र देश को भाग जा | जब तक मैं लौटने को न कहूँ, तब तक वहीं रहना | हेरोदेस बालक को मार डालने के लिये कुछ भी करेगा |”

यूसुफ परमेश्वर से प्रेम रखता था और उस ने तुरन्त आज्ञा का पालन किया |

जब परमेश्वर तुम्हें कुछ करने का आदेश देता है, तब क्या तुम भी वह आज्ञा मानते हो ?

रात के बीच में, यूसुफ उठ गया और मरियम और बालक के साथ मिस्र देश को भाग गया | और वह भी ठीक समय पर क्योंकि हेरोदेस ने जब देखा कि ज्योतिषी वापस उस के पास न आये थे तब क्रोध में आ कर एक भयानक आदेश दिया |

हेरोदेस: “दो साल से कम आयु के सब लड़कों को मार डालो | यह आदेश बेतलहम और आस पास के सारे क्षेत्र में तुरन्त लागू किया जाये |”

क्या हेरोदेस पागल हो गया था ? उस ने इस आदेश के द्वारा कितना दुख : पहुँचाया |

परन्तु वह, बालक यीशु को ढूंड न सका | वह आप को कोई हानी न पहुँचा सका |

जब यीशु लग भग तीन साल के हुए, तब यह राजा जिस से घ्रणा की जाती थी, मर गया | एक स्वर्गदूत ने यह समाचार यूसुफ को स्वप्न में दे
दिया |

परमेश्वर ने कहा: “उठ जा ! बालक और उस की माँ को लेकर ईस्राएल को वापस लौट जा | जो व्यक्ति इस बालक को मार डालना चाहता था वह मर गया है |”

परमेश्वर की यह बात यूसुफ को दो बार कहना न पड़ी | यूसुफ ने परमेश्वर के वचन पर विश्वास किया और उस की आज्ञा का पालन किया | वह मरियम और बालक यीशु के साथ वापस अपने घर लौटा |

और ईस्राएल में, नासरत के छोटे गाँव में, प्रभु यीशु बडे हुए | ठीक उसी प्रकार जैसे परमेश्वर ने कहा था |


लोग: वर्णनकर्ता, परमेश्वर कि आवाज, हेरोदेस

© कॉपीराईट: सी इ एफ जरमनी

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