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नाटक -- अन्य बच्चों के लिए अभिनीत करो !
बच्चों द्वारा अभिनय करने के लिए नाटक
33. पहाड़ पर से अलविदालड़का: “हुर्रा, गुरुवार को हमारा स्कूल न होगा क्योंकि वह छुट्टी का दिन है |” लड़की: “वह कौन सी छुट्टी है ?” लड़का: “आस्मान पर उठाये जाने का दिन |” लड़की: “ऊस का क्या अर्थ होता है ?” लड़का: “मुझे ऊस की ठीक से जानकारी नहीं है |” क्या मैं तुम्हें इस का अर्थ समझा दूँ ? लड़का: “जी हाँ, हम सच मुच जानना चाहेंगे |” आस्मान पर उठाये जाने का दिन हमें याद दिलाता है कि यीशु धर्ती पर अपना कर्तव्य पूरा कर के वापस स्वर्ग में गये | यह घटना ईस्टर के बाद ठीक चालीस दिन बाद घटी | इन चालीस दिनों में यीशु बार बार अपने चेलों को दिखाई दिये | उन्हों ने आप को देखा, सुना और आप के साथ भोजन किया | एक दिन एक ही समय आप ५०० से अधिक लोगों पर प्रगट हुए | और ईस्टर के चालीस दिन बाद आप अपने चेलों को जैतून के पहाड़ पर ले गये | जाने से पहले, आप उन के साथ अकेले रह कर उन्हें कुछ महत्वपूर्ण बातें बताना चाहते थे | यीशु: “मैं ने परमेश्वर का काम पूरा किया | अब सारी दुनिया के हर व्यक्ति के पास जाओ और उन्हें बताओ कि मैं ने उन के लिये अपने प्राण दिये और फिर से जीवित हुआ | उन्हें यह बताओ ताकि वे मुझे अपना प्रभु बनने के लिये कहेंगे और तब एक दिन वे मेरे साथ स्वर्ग में होंगे | और याद रखो, मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूँगा और दूसरों को मेरे विषय में बताने के लिये तुम्हें शक्ती प्रदान करूँगा |” तब यीशु ने अपने हाथ उठाये और चेलों को आशीष दी | और ऐसा करते हुए आप अचानक गायब हो गये और जैसे आप परमेश्वर की न दिखाई देने वाली दुनिया में चले गये, बादल ने आप को उन की दृष्टि से छिपा लिया | लड़का: “और अब यीशु स्वर्ग में क्या कर रहे हैं ?” आप हर वस्तु पर राज कर रहे हैं, आप हमारी प्रार्थनाओं का उत्तर देते हैं और हमारे लिये परमेश्वर से प्रार्थना करते हैं | और जो लोग आप पर विश्वास करते हैं, उन के लिये आप वहाँ रहने के लिये जगह तैयार कर रहे हैं | लड़की: “मैं ने यह पवित्र शास्त्र में पढ़ा है |वह यहाँ लिखा है | यीशु ने कहा : ‘मेरे पिता के घर में बहुत से रहने के स्थान हैं ... मैं तुम्हारे लिये जगह तैयार करने जाता हूँ |’” लड़का: “क्या चेले निराश हुए क्योंकि उस के बाद यीशु उन के साथ न थे ?” बिलकुल नहीं | उन्हें वह वचन पूरा करना था जो आप ने दिया था | लड़का: “कौन सा वचन ?” अगले ड्रामे में मैं तुम्हें बताऊंगा कि वह वचन कौन सा है | लोग: वर्णन कर्ता, लड़का, लड़की, यीशु © कॉपीराईट: सी इ एफ जरमनी |