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72. समुद्र पर सनसनी
गलील की झील पर सनसनीखेज कार्य !
पतरस: “मैं यीशु के कारण उत्तेज़ित हूँ | मैं विश्वास नहीं कर सकता : आप ने पाँच रोटीयों और दो मछलियों से ५००० लोगों को पेट भर के भोजन खिलाया इस के अतिरिक्त उन के साथ स्त्रियां और बच्चे भी थे - और हर एक ने सन्तुष्ट हो कर खाया |”
चेला: “क्या तुम ने देखा था कि कितना खाना बचा था ? जितनी मात्रा से आप ने शुरू किया था उस से कई गुना अधिक भोजन बचा था |”
पतरस: “कितनी बड़ी बात है, छोटी मात्रा से आप अधिक बना सकते हैं |”
परमेश्वर के पुत्र, यीशु, अनोखे व्यक्ति हैं | आप छोटी मात्रा से अधिक वस्तु बना सकते हैं |
इस आश्चर्यकर्म से लोग प्रभावित हुए और शाम को अपने घर लौट गये | उस के बाद यीशु अपने चेलों की वार्तालाप में शामिल हुये |
यीशु: “नाव में सवार हो जाओ और दूसरे किनारे पर चले जाओ |”
आप स्वय : नाव में सवार नहीं हुये परन्तु प्रार्थना करने के लिये पहाड़ पर चढ़ गये |
चेले, रात के समय, यीशु के बिना नाव खेते हुए झील के उस पार जा रहे थे | अचानक आँधी आई | मछेरों ने पाल नीचे उतार लिये | पहली लहर नाव से टकरा गई | यदि ऐसी डर की स्थिति में यीशु उन के साथ होते ! वे डर गये और चिल्लाये | परन्तु स्थिति और भी गंभीर हो गई |
पतरस: “उधर देखो, क्या तुम उसे देख रहे हो ? वह भूत है !”
चेला: “मैं इसे और सहन नहीं कर सकता |”
पानी के ऊपर एक सफ़ेद रूप चल रहा था जो सीधा उन की नाव की ओर चला आया | चेले चिल्लाये | परन्तु वह भूत नहीं था |”
यीशु: “हिम्मत से काम लो, मैं हूँ ! डरो नहीं !”
चेलों ने यह आवाज पहचानी | आप यीशु थे | पतरस पहले व्यक्ति थे जिन्हों ने बोलने की हिम्मत की |
पतरस: “प्रभु यीशु, यदि वास्तव में आप हैं तो आज्ञा दीजिये कि मैं पानी पर चल कर आप के पास आऊँ |”
यीशु: “आ जाओ !”
आश्चर्य की बात है ! पतरस नाव में से बाहर आये और पानी पर चलते हुये यीशु की ओर बढ़े | जब तक वे यीशु की ओर देख रहे थे, तब तक सब कुछ ठीक था | परन्तु जब उन्हों ने लहरों की ओर देखा, वे डूबने लगे |
पतरस: “प्रभु, मुझे बचाईये ! मेरी सहायता कीजिये !”
यीशु ने अपना हाथ बढ़ा कर पतरस को पकड़ा और उन्हें बचा लिया |
परमेश्वर के पुत्र, यीशु, अनोखे व्यक्ति हैं - आप बचाते हैं !
यीशु: “मुझ पर विश्वास करो | अपना पूरा दिल मुझे दे दो |”
पतरस यीशु के साथ वापस नाव में आये | आँधी रुक गई और हवा भी रुक गई | हर एक ने यीशु के सामने घुटने टेक कर इस आश्चर्यजनक प्रभु के आगे अपना सर झुकाया |
पतरस: “आप परमेश्वर के पुत्र हैं |”
परमेश्वर के पुत्र, यीशु, अनोखे व्यक्ति हैं | आप के लिये कोई काम असंभव नहीं है |
आप यह आग्रह नहीं करते कि तुम पानी पर चलो | परन्तु तुम जहाँ भी हो, यीशु के साथ साथ चलो | हर प्रस्तिथि में आप तुम्हारा मार्गदर्शन और सहायता करेंगे |
लोग: वर्णनकर्ता, पतरस, चेला, यीशु
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