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Home -- Hindi -- Perform a PLAY -- 154 (Jesus is the victor 2)

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नाटक -- अन्य बच्चों के लिए अभिनीत करो !
च्चों द्वारा अभिनय करने के लिए नाटक

154. यीशु विजेता हैं २


शैतान कुटील और बुरा व्यक्ति है | उस से बचे रहो | शैतान, परी कथा का पात्र नहीं है | पवित्र शास्त्र में लिखा है कि वह गरजने वाले सिंह के समान इस खोज में रहता है कि किस को पकड़ खाये |

बालक: “मैं ने यह कभी नहीं सोचा था कि वह सच में अस्तित्व में है |”

वह परमेश्वर का शत्रु है जो हमें परमेश्वर पर विश्वास लाने से रोकने के लिये सब कुछ करता है |

क्या तुम्हें उस की सर्वप्रथम युक्ति की याद है ?

बालक: “वह मन में परमेश्वर के विरुद्ध शंका और अविश्वास निर्मान करता है |”

तुम्हारे साथ वह यह व्यवहार कैसा करेगा उस के लिये होशियार रहो | उस के फंदे में न फंसो | प्रभु यीशु से बिन्ती करो कि आप तुम्हारी रक्षा करें कयोंकि आप ने शैतान पर विजय पा ली है |

परमेश्वर का पुत्र उस का मन पसन्द लक्ष था | शैतान निश्चित रूप से यीशु को हमारे कारण क्रूस पर मरने से रोकना चाहता था | वह हमें परमेश्वर के साथ अनन्त जीवन प्राप्त करने पर प्रतिबंध लगाना चाहता था | इसी लिये उस ने आक्रमक दृष्टिकोण अपनाया |

शैतान: “यदि तू परमेश्वर का पुत्र है तो इन पत्थरों से कह कि रोटियां बन जायें | यदि तू परमेश्वर का पुत्र है तो इस ऊँचे स्तंभ पर से नीचे कूद जा | परमेश्वर तेरी रक्षा करेगा |”

यीशु विजेता हैं | आप को यह आव्यशकता न थी कि शैतान को सिद्ध कर के बतायें कि आप सच में परमेश्वर के पुत्र हैं | इस के बाद शत्रु ने दूसरी चाल चली | उस ने एक बड़ा वचन दिया |

शैतान: “यदि तु झुक कर मुझे प्रणाम करे तो मैं तुझे सारी दुनिया दे दुंगा |”

यीशु: “ऐ शैतासं, यहाँ से चला जा ! पवित्र शास्त्र में कहा गया है : तू, प्रभु अपने परमेश्वर को ही प्रणाम कर और केवल उसी की उपासना कर |”

यीशु विजेता हैं | आप केवल एक वाक्य कहते हैं और शैतान को भाग जाना पड़ता है |

यीशु विजेता हैं ! इसी लिये शैतान आप से घ्रणा करता है |

जब यीशु क्रूस पर चढ़े हुये थे तब शत्रु ने अपना आखरी हथ्यार इस्तेमाल किया |

शैतान: “यदि तू निश्चित ही परमेश्वर का पुत्र है तो क्रूस पर से नीचे उतर आ |”

यदि यीशु ने ऐसा किया होता तो हम हमेशा के लिये खो जाते | तब हमारे पापों की क्षमा न होती | तब परमेश्वर के साथ अनन्त जीवन भी न
होता |

परन्तु यीशु ने प्रतिरोध किया | आप विजेता हैं ! क्रूस पर आप ने पाप, मृत्यु और स्वय : शैतान पर विजय पाई | आप का पुनरुत्थान इस का सिद्धाँत है |

जब तुम यीशु पर विश्वास करते हो तब तुम विजेता के पक्ष में होते हो |

डरो नहीं, कयोंकि यीशु विजेता हैं !

हमेशा आप का नाम लेना भूल न जाना ! आप से प्रार्थना करो, आप तुम्हारी रक्षा करेंगे |


लोग: वर्णनकर्ता, बालक, शैतान, यीशु

© कॉपीराईट: सी इ एफ जरमनी

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Page last modified on July 31, 2018, at 09:29 AM | powered by PmWiki (pmwiki-2.3.3)