Home
Links
Contact
About us
Impressum
Site Map


YouTube Links
App Download


WATERS OF LIFE
WoL AUDIO


عربي
Aymara
Azərbaycanca
Bahasa Indones.
বাংলা
Български
Cebuano
Deutsch
Ελληνικά
English
Español-AM
Español-ES
فارسی
Français
Fulfulde
Gjuha shqipe
Guarani
հայերեն
한국어
עברית
हिन्दी
Italiano
Қазақша
Кыргызча
Македонски
മലയാളം
日本語
O‘zbek
Plattdüütsch
Português
پن٘جابی
Quechua
Română
Русский
Schwyzerdütsch
Srpski/Српски
Slovenščina
Svenska
தமிழ்
Türkçe
Українська
اردو
中文

Home -- Hindi -- Perform a PLAY -- 071 (The cast-your-cares hint)

Previous Piece -- Next Piece

नाटक -- अन्य बच्चों के लिए अभिनीत करो !
च्चों द्वारा अभिनय करने के लिए नाटक

71. अपनी चिन्ता उस पर डाल दो का इशारा


क्या यह अच्छा न होगा यदि हमें कोई चिंता या समस्यायें होतीं ?

लड़की: “क्या ही अच्छा होता जो इस के बाद कोई युद्ध न होता |”

लड़का: “और न कोई अपघात या कैन्सर का रोग भी होता |”

लड़की: “और यह कि माता पिता तलाक न देते |”

लड़का: “मैं चाहता हूँ कि इस के बाद कोई बच्चा भूखा भी न रहे |”

अगर यह सच मुच हो जाता तो कितना आश्चर्यजनक होता !

कभी कभी मैं भी ऐसे ही चाहता हूँ | क्या तुम भी ऐसा ही चाहते हो ? परन्तु जब तक हम इस धर्ती पर रहेंगे, इस प्रकार की मनोकामनायें पूरी न होंगी |

परन्तु मेरे पास तुम्हारे लिये अच्छा समाचार है : एक व्यक्ति है जो तुम्हें तुम्हारी चिताओं के साथ अकेला न छोड़ेगा | यीशु ! यह मैं कैसे जानता
हूँ ? पतरस के द्वारा |

पवित्र शास्त्र में उन के लिखे हुए पत्र पाये जाते हैं और उन में से एक पत्र में वह कहते हैं : अपनी सारी समस्यायें और सारी चिंतायें यीशु पर डाल दो, क्योंकि उसे तुम्हारी चिन्ता है |

पतरस अपने अनुभव के अनुसार बोलते हैं | एक समय, उन की सास बहुत बीमार थी | वह खाट पर पड़ी थी और उसे ज्वर चढ़ा हुआ था | किसी इलाज से लाभ न हुआ | पतरस और उस की पत्नी ने हार मान ली थी |

परन्तु जब यीशु उन से मिलने आये, तब उन्हों ने अपनी सारी समस्यायें आप को बता दीं |

पतरस: “यीशु, कृपया हमारी सहायता कीजिये | मेरी सास बहुत बीमार है | हमें उस की बहुत चिन्ता हो रही है |”

यीशु हमारी छोटी और बड़ी चिंतायें समझते हैं और खुशी से हमारी सहायता करते हैं |

पवित्र शास्त्र में लिखा है : “यीशु बीमार स्त्री की खाट के पास गये और उस का हाथ पकड़ कर उसे खड़ा होने में सहायता की | उस का ज्वर तुरन्त उतर गया | केवल एक सेकंड में वह चंगी हो गई | वह फिर स्वस्थ हो गई और उस ने सब लोगों के लिये स्वादिष्ट भोजन पकाया जो वहाँ हाज़िर
थे |

क्या तुम्हें चिंतायें हैं ? यीशु से उन के विषय में बात करो | आप तुम्हारी प्रार्थना सुनते हैं | हो सकता है कि आप तुम्हारी उतनी जल्दी सहायता न करें जैसी पतरस की, की थी | परन्तु तुम निश्चित रह सकते हो क्योंकि यीशु कभी बहुत देर नहीं लगाते, यदि कभी कभी हमें आप के उत्तर की प्रतिक्षा करनी पड़े |

और पतरस का अच्छा परामर्श हमेशा याद रखिये |

पतरस: “अपनी सारी चिंतायें यीशु पर डाल दो क्योंकि उसे तुम्हारी चिन्ता है |”


लोग: वर्णनकर्ता, लड़की, लड़का, पतरस

© कॉपीराईट: सी इ एफ जरमनी

www.WoL-Children.net

Page last modified on March 17, 2020, at 03:15 PM | powered by PmWiki (pmwiki-2.3.3)